सुविचार 4700 | Oct 31, 2025 | सुविचार मुसीबतें रुई से भरे थैले की तरह होती हैं, देखते रहोगे तो बहुत भारी दिखेगी, और उठा लोगे तो एकदम हल्की हो जायेंगी.
सुविचार 4699 | Oct 30, 2025 | सुविचार इस जीवन में जीने से अधिक मरने के छण आएँगे, तुम्हें उनमें भी जीना है.
सुविचार 4696 | Oct 27, 2025 | सुविचार भाषा शरीर का ऐसा अदृश्य अंग है, जिसमें इंसान का सब कुछ दिखाई देता है.
सुविचार 4695 | Oct 26, 2025 | सुविचार आपके अलावा कोई आपकी परिस्थिति के लिए जिम्मेदार नहीं है, कोई आपको गुस्सा नहीं दिला सकता और कोई आपको खुश भी नहीं कर सकता.