सुविचार 3822
कर्म का फ़ल व्यक्ति को उसी तरह ढूँढ लेता है, जैसे एक बछड़ा खो जाने पर सैंकड़ों गायों में अपनी माँ को ढूँढ लेता है.
कर्म का फ़ल व्यक्ति को उसी तरह ढूँढ लेता है, जैसे एक बछड़ा खो जाने पर सैंकड़ों गायों में अपनी माँ को ढूँढ लेता है.