सुविचार 4519
दिल की बात को ध्यान से सुनें और श्रद्धापूर्वक इसका अनुशरण करें,
इसे अपना आंतरिक मार्गदर्शक बन जाने दें.
इसे अपना आंतरिक मार्गदर्शक बन जाने दें.
चारो तरफ बहने वाली हवाओं और लोगों की देखा देखी कोई काम मत करो,
क्योंकि हवाएं रोज़ बदल जाती है.
लोग तो पीछे तब आते हैं जब हम कामयाब होने लगते हैं.
*मौन से अच्छा कोई “साधन” नहीं, और शब्द से तीख़ा कोई “बाण” नहीं*_