सुविचार 4519

दिल की बात को ध्यान से सुनें और श्रद्धापूर्वक इसका अनुशरण करें,

इसे अपना आंतरिक मार्गदर्शक बन जाने दें.

सुविचार 4518

इस पर ध्यान दो ” आपके लिए क्या जरुरी है “

चारो तरफ बहने वाली हवाओं और लोगों की देखा देखी कोई काम मत करो,

क्योंकि हवाएं रोज़ बदल जाती है.

सुविचार 4517

समानुभूति यानी किसी और की भावनाओं को स्वाभाविक रूप से समझना, कि वह क्या महसूस कर रहा है, उन्होंने आपमें क्या भाव जगाए हैँ.

सुविचार 4516

एक सही सोच, समाधान तक जाती है तो, एक ग़लत सोच व्यवधान तक जाती है.
जो आगे की सोच कर समाधान खोजते हैं, वो कभी नाकाम नहीं होते.!!

सुविचार 4515

कामयाब होने के लिए अकेले ही आगे बढ़ना पड़ता है,

लोग तो पीछे तब आते हैं जब हम कामयाब होने लगते हैं.

सुविचार 4514

शंका का कोई “इलाज़” नहीं, चरित्र का कोई “प्रमाण” नही*_

*मौन से अच्छा कोई “साधन” नहीं, और शब्द से तीख़ा कोई “बाण” नहीं*_

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