सुविचार 3876

हाथ उसका पकड़ो जिसे सुख में आप ना छोड़ो

और दुःख में वो आपको ना छोड़े.

सुविचार 3875

जिन्दगी में अक्सर ऐसा होता है, हम जिनके साथ के लिए तरसते हैं ;

वो किसी और को खुश करने में व्यस्त होते हैं.

सुविचार 3874

अगर हम आभारी रहें और अपनी भावनाओं पर ईमानदारी से काम करें _ तो हम बहुत सारे अनावश्यक दबाव को खत्म कर सकते हैं.

_ आप हर समय खुश नहीं रह सकते, दुखी या क्रोधित होना स्वाभाविक है,
– यदि आप वास्तव में खुद से प्यार करना चाहते हैं _ तो अपने आप को स्वीकार करें,
_ जो समस्या है उस पर काम करें _और जो आपके पास है उसके लिए आभारी रहें..
बाकी दिन के लिए माहौल तैयार करने के लिए सुबह अपने दिन की शुरुआत अच्छी भावनाओं के साथ करें.

सुविचार 3873

जब कोई दूसरों से धोखा खाता है तो वो उनसे लड़ पड़ता है,

_ लेकिन जब कोई अपनों से धोखा खाता है तो मौन हो जाता है.

सुविचार 3871

परेशानी में जो अनुभव और सिख मिलती है, _ वो सीख दुनिया का कोई स्कूल नही दे सकता है.

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