सुविचार 3757
खुशी मनाने के लिए किसी मुहूर्त की जरुरत नहीं होती,
_ क्योंकि जो खुशी का पल होता है, वह खुद में ही मुहूर्त होता है..
_ क्योंकि जो खुशी का पल होता है, वह खुद में ही मुहूर्त होता है..
” हम क्या सुनें, न सुनें, और क्या देखें, न देखें, ताकि हमारा मन सदा आशावादी बना रहे.
किसी को अपना दुख दर्द देता है तो किसी को दूसरों का सुख दर्द देता है.
अपने कर्मो पर भी कभी तो शोध करो.