सुविचार 3570
खुशियाँ हमारी इच्छाओं के विपरीत अनुपात में होती हैं.
खुशियाँ हमारी इच्छाओं के विपरीत अनुपात में होती हैं.
जो इसके लिए रूचि पैदा करेंगे, उनको समय भी मिल जायेगा.
_नकारात्मक सोचनेवालों के साथ ज़्यादा बातचीत न करें.
आखिकार जीवन न तो पीड़ा है और न ही आनंद, _ यह वैसा बन जाता है जैसा आप उसे बनाते हैं !!