सुविचार 3492

एक सहन करने वाला ही समझ सकता है कि उसे तकलीफ कितनी है, _

_ दूसरे तो बस उसके बारे में अनुमान ही लगा सकते हैं.

सुविचार 3491

फिर से प्रयास करने से मत घबराना, _ क्योंकि इस बार शुरुआत शून्य से नहीं अनुभव से होगी.

शुरुआत अंत भी हो सकती है अगर इसका ध्यान न रखा जाए.

सुविचार 3490

स्वयं को बस इतना समर्थ बना लेना चाहिए कि अपने दुखों को किसी अन्य के साथ साझा ना करना पड़े…!!!

सुविचार 3488

” जीवन की सर्वोत्कृष्ट उपलब्धि है, _ सच्चाई से स्वयं का विश्लेषण कर पाना “

सुविचार 3487

जैसे दौड़ कर पर्वत नहीं चढ़ा जा सकता, उसी तरह बहुत ज्यादा जल्दबाजी से

बड़ी सफलता नहीं पाई जा सकती..

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