सुविचार 4242
अधिकतर समस्याओं की जड़ यह है कि हम दिल की नहीं सुनते.
जिन्हें हम कमजोर लम्हों में अपनी सारी सच्चाईयाँ सौंप देते हैं.
_या तो मुझे कोई रास्ता मिल जायेगा या मैं बना लूँगा..
हमने उनसे आशाएं रखी,,,,जिनसे हमें नहीं रखनी चाहिए थी.
_ महज़ पचास साठ साल की जिंदगी में ही इतनी बेचारगी,
_ बेबसी और बोझ है की जिंदगी मजबूरी बन जाती है…!!!
” इसलिए समझदारी और ज्ञान के साथ जियें ”
_ दुनिया का हर चिराग हवा की नज़र में है..!!
जिसको ज्यादा खुराक दी जाए वही जीतता है..