सुविचार 4184
जब हम यह मानते हैं कि हम अपनी नियति का निर्माण करते हैं,
तब हम अपने लछयों की प्राप्ति के लिए दिशा निर्धारित कर लेते हैं.
तब हम अपने लछयों की प्राप्ति के लिए दिशा निर्धारित कर लेते हैं.
_जीवन के हर कदम पर प्रगति का अहसास होगा.
_ शब्द गौण हैं, विचार मुख्य हैं और उनका असर दूर तक होता है.
_व्यक्ति के व्यक्तित्व को बदल देता है..!!
_ खुद ऐसे रास्ते चुनो कि लोग आपके पीछे चले.
_ तभी हम उसका आनन्द मना पायेंगे.
_ शेष है जितनी “जी लीजिए” ये वापिस फ़िर न आएगी !!