सुविचार 4131
” आदमी की औकात का पता तब चलता है,
_ जब वो सकारात्मक बात पर नकारात्मक टिप्पणी कर देता है,”
_ जब वो सकारात्मक बात पर नकारात्मक टिप्पणी कर देता है,”
_ क्योंकि हम अक्सर भावनाओं में बहकर ही अपने राज़ दूसरों को बता देते हैं !!
_ जिनको आप अपने समझते हैं उनके भी होते हैं अपने कई..!!
_ मेल न बैठे जिससे दिल का _ उससे वास्ता बेकार है..!!
_ जैसे जिस मिट्टी में फूल खिलते है, वो भी महकने लगती है.
सोचो लेकिन वो सोचो जो किया जाना चाहिए,
सोचो लेकिन वो सोचो जो सबके हित का हो,”
_ जो स्वयं ख़ुद को उपदेश देना जानता हो,,