सुविचार 4683
जिंदगी की गाड़ी, सुख- दुख बाँटने से चलती है.
जिन्हें हवा द्वारा यहाँ से वहाँ दिशाहीन, लछ्यहीन उड़ा दिया जाता है.
बस ये जान लीजिए कि कबाड़ी को कभी हीरे की परख नहीं होती.
बस माफ़ करके सीधा दिल से निकाल दो..
आपको निराश होने की नहीं, रास्ते ढूंढ़ने की जरुरत है.