सुविचार 4558
उम्मीद से कम मिली हुई चीज़ तो खुद को ही चुभती है,
लेकिन उम्मीद से ज्यादा मिली हुई चीज,,,,लोगों को चुभने लगती है..
लेकिन उम्मीद से ज्यादा मिली हुई चीज,,,,लोगों को चुभने लगती है..
” समय, व्यक्ति और संबंध “
उतने ही आप स्वयं सुगन्धित होगें.
बजाए उस समस्या में ही अपने आप को सदैव उलझाए न रखें…!!!