सुविचार 4634

तन जितना घूमता रहे उतना ही स्वस्थ रहता है

और मन जितना स्थिर रहे, उतना ही स्वस्थ रहता है !

सुविचार 4633

जान बूझ कर ऐसा काम न करें जिस से झुकना पड़े और असफलता पर असफलता मिलती जाए.

सुविचार 4632

जिस समय कोई समस्या जन्म लेती है,

_ उसके साथ ही उसका समाधान भी जन्म लेता है !

अपनी ऊर्जा समाधान ढूँढने में लगाओ..
_ ना कि काल्पनिक समस्याएं पैदा करने में.!!

सुविचार 4631

आपके जाने से लोग खुश नहीं होते हों और उन लोगों की आंखों में आपके लिए ना तो प्रेम और ना ही स्नेह हो, वहां हमें कभी नहीं जाना चाहिए_ चाहे वहां धन की ही वर्षा क्यों ना होती हो.

सुविचार 4630

जो कर्म को छोड़ कर भागेगा, उसकी कर्म की ऊर्जा व्यर्थ के कामों में सक्रिय हो जाती है.

सुविचार 4629

हम ही अपने रोज़मर्रा के विचारों से – अपनी इच्छाओं, अपने आकर्षण – विकर्षण और अपनी पसंद- नापसंदगी से अपनी नियति का निर्माण करते हैं.
दरअसल, हमारी पसंदीदा चीज़ें ही हमारी हद और सीमाओं को बयान करती हैं,

_ वे हमें बताती हैं कि हमने अब तक उससे बेहतर कुछ देखा ही नहीं, कभी जिया ही नहीं, और शायद महसूस भी नहीं किया…!
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