सुविचार 4488
खो देने के बाद ही ख्याल आता है, कितना कीमती था…
” समय ” ” व्यक्ति ” और ” सम्बन्ध “
” समय ” ” व्यक्ति ” और ” सम्बन्ध “
*और “बहुत” कुछ “सिखा” कर भी “जाती” है !*
_ तम से लड़ने के लिए खुद आज जलना है हमें.!!
पर जब लेना शुरू करती है, तो प्याज़ के छिलके की तरह उतार लेती है..