सुविचार 4483
किस्मत जब देने पर आ जाये तो पुश्तों को तार देती है,
पर जब लेना शुरू करती है, तो प्याज़ के छिलके की तरह उतार लेती है..
पर जब लेना शुरू करती है, तो प्याज़ के छिलके की तरह उतार लेती है..
क्यूँकि वो फ़रिश्ते ही होते हैं जो किसी के चेहरे पर मुस्कान ला पाते हैं.
_ क्योंकि हर कोई आपके जबाव के लायक नहीं होता है.!!
बल्कि इस सोच के साथ जगो कि आज क्या कर सकते हो.