सुविचार 4605
मैं चाहे जो कुछ भी करूँ, उस काम में मुझे अपने दिल का सारा प्यार उँड़ेल देना चाहिए.
क्योंकि लगाव से उम्मीदों का जन्म होता है
और दूसरों की, उम्मीदें अंत में दुःख का कारण बनती हैं.
_ कुछ नीम के पेड़ भी होते हैं जो सुगन्धित तो नहीं करते पर काम बहुत आते हैं.
_ जबकि बांस हवा के साथ मुड़ कर बच जाते हैं.!!
_ अच्छाई और बुराई हमारे कर्म पर निर्भर है, वही बांस किसी के लिए तीर बन जाता है और किसी के लिए बांसुरी.!!!
अच्छी से अच्छी बात का भी गलत ही मतलब निकालते हैं.
जो कहना है मगर कह नहीं सकते, वो मर्यादा है.