सुविचार 4461

प्रशंसा में छुपा झूठ, “और” आलोचना में छुपा सच, जिसने जान लिया,

_ समझो उसने अच्छे, “और” बुरे को पहचान लिया !

ज्यादा मत सोचो, हम सभी किसी न किसी की कहानी में बुरे होते हैं.!!

सुविचार 4460

दूसरों की जिंदगी में अपनी जगह और जरुरत ढूंढ़ना बंद कर दो ” खुश रहोगे “

सुविचार 4458

जिंदगी का सारा खेल तो वक्त रचता है, इंसान तो सिर्फ अपना किरदार निभाता है.
जरा सा अदाकारी जेब में रख कर सफ़र करना,

_ अभी इस जिंदगी में और भी किरदार जीने हैं..!!

सुविचार 4457

एक सफल व्यक्ति बनने का प्रयास मत करो, बल्कि मूल्यों पर चलने वाले इंसान बनो.

सुविचार 4456

महत्वपूर्ण यह नहीं है कि हम कितनी लंबी आयु जीते हैं अपितु जरुरी है हम कितना सुंदर जीवन जीते हैं और जीवन में रोजाना क्या अच्छा करते हैं.
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