सुविचार 4298

अपने अंदर ख़ुशी ढूँढना आसान नहीं है, और कहीं और इसे ढूँढना संभव नहीं है.

सुविचार 4295

न जाने कौन से सुख के लिए, धन कमाया, पद कमाया, यश कमाया आदमी ने,

_ फिर भी बेचैनी रही, यह क्या गंवाया आदमी ने..

सुविचार 4294

बदलती हुई चीजें भले ही अच्छी लगती हो,

लेकिन बदलते हुए अपने कभी अच्छे नहीं लगते !!

सुविचार 4293

” आपका शरीर, आपका प्राण और आपका जीवन, आपकी ऊर्जा से ही गतिमान है,

सार्थक हो तो ही इसे खर्च करें, अन्यथा मौन रहें,”

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