सुविचार 4385

हमें अपने दिल में सचेत रहना होगा, ताकि अपने सभी कार्यों और विचारों में हमारे ह्रदय से प्रेम प्रवाहित होता रहे.

सुविचार 4383

आप हर समय मजबूत नहीं रह सकते, कई बार ऐसा होता है कि आपको सिर्फ अकेले रहने की जरूरत होती है.. – और अपने आंसुओं को बाहर आने देना चाहिए.
जिस थाली में खाना खत्म हो जाता है, वो गंदी लगने लगती है, कोई उसे प्यार से नहीं देखता..

_ ठीक वैसे ही जब आपकी जरूरत लोगों को खत्म हो जाती है तो आप उन्हें बेकार लगने लगते हो..
_ आपकी कोई भी कीमत नहीं होती.!!

सुविचार 4382

किसी के साथ हुए कटु अनुभव के भावनात्मक बोझ से छुटकारा पाने का एकमात्र उपाय उसे छमा कर देना है.

सुविचार 4381

टेंशन, डिप्रेशन और बैचैन इंसान तभी होता है,

_ जब वो खुद के लिए कम और दूसरों के लिए ज्यादा सोचता है.

अब तो टेंशन लेने की इतनी आदत हो गई है, कि कभी टेंशन न हो तो टेंशन होने लगती है कि सब कुछ ठीक कैसे चल रहा है.!!

सुविचार 4380

खतरनाक लोग पहले अपनापन दिखाते हैं, और फिर जब हम उन पर हद से ज्यादा भरोसा कर लेते हैं, तो निगल जाते हैं.
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