सुविचार 4229

‘ जो पुरुषार्थ नहीं करते ‘ उन्हें धन, मित्र, ऐश्वर्य, सुख, स्वास्थ्य, शांति और संतोष प्राप्त नहीं होते.
पुरुषार्थी लोग दूसरों की संपत्ति की परवाह नहीं करते, अपने बाहुबल का भरोसा रखते हैं.

सुविचार 4228

जैसे सोना अग्नि में चमकता है, वैसे ही धैर्यवान आपदा में दमकता है !

सुविचार 4227

बन सहारा बे सहारों के लिए, बन किनारा बे किनारों के लिए.

जो जिए अपने लिए तो क्या जिए, जी सको तो जिओ हजारों के लिए.

सुविचार 4226

गिरकर उठना उठकर चलना यह कर्म है संसार का..

कर्मवीर को फर्क नहीं पड़ता किसी जीत या हार का..

सुविचार 4225

दिन ब दिन गिर रहा है ” इन्सानियत ” का स्तर… और इन्सान का दावा है कि हम तरक्की पर हैं..!!
तरक्की व्यस्तता पर नहीं, बल्कि व्यवस्थित काम पर निर्भर करती है !!
आपकी तरक्की और उन्नति से जलेंगे, वो आपको कई मिलेंगे.!!

सुविचार 4224

हम किसी भी बात को उसी सीमा तक सोच पाते हैं.. जैसी हमारी surroundings और life experience हैं..

और इन सब के परे हम उसी बात के दूसरे पहलू को सोच ही नही सकते..जबकि ये भी सत्य है कि..हर बात के दो पहलू होते जरूर हैं ।।

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