सुविचार 4361
” मैं असंभव को भी संभव बना सकता हूं, और आप भी,
_ और उसका एक ही परम मंत्र है, प्रयास प्राप्ति तक, और विधि है, परिपूर्ण प्रकिया,”
_ और उसका एक ही परम मंत्र है, प्रयास प्राप्ति तक, और विधि है, परिपूर्ण प्रकिया,”
डूबा हुआ सूरज भी तो सुबह निकलता है..