सुविचार 4361

” मैं असंभव को भी संभव बना सकता हूं, और आप भी,

_ और उसका एक ही परम मंत्र है, प्रयास प्राप्ति तक, और विधि है, परिपूर्ण प्रकिया,”

सुविचार 4359

कोई हमारी गलतियां निकालता है, तो हमें खुश होना चाहिए, क्योंकि कोई तो है, जो हमें पूर्ण दोष रहित बनाने के लिए, अपना दिमाग और समय दे रहा है..
संसार की यह रीति है कि दोष कोई करता है और भुगतना किसी और को पड़ता है.

सुविचार 4357

किसी को माफ कर देना और माफी मांग लेना, एक शक्ति है जो हर किसी के पास नहीं है.

सुविचार 4356

वो हारा नहीं जो वापिस गिर कर संभलता है,

डूबा हुआ सूरज भी तो सुबह निकलता है..

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