सुविचार 4332

जो आपकी हर बात का यकीन करता है,_ उससे कभी झूठ मत बोलना.
ज्यों केलन के पात में पात पात में पात _ त्यों सुधिजन की बात में बात बात में बात.!
बोलते वक्त आप अपने पुराने ज्ञान के अनुभव को दोहराते हैं,

_ परन्तु सुनते वक़्त आप नया ज्ञान प्राप्त करते हैं.. इसीलिए बोलें कम और सुनें ज्यादा.!!

सुविचार 4331

दुनिया का बस यही उसूल है कि, जब तक काम है तब तक ही नाम है,

_ बाकी दूर से ही सलाम है.

सुविचार 4330

जीवन में सफलता वही प्राप्त कर सकता है, जो अवसर मिलते ही अपने अन्दर छिपी योग्यता और गुण द्वारा उस कार्य को करने में सफल हो जाता है.
सच तो ये है इस संसार में अधिकार जैसा कुछ भी स्थायी नहीं होता,

_ ना जन्म से, ना ही किसी रिश्ते से.. सब कुछ हमारी क्षमताओं पर निर्भर करता है किसे, कब, और कितना अधिकार मिलेगा..
_ ये सिर्फ और सिर्फ हमारी योग्यता ही तय करती है..
_ वरना दुनिया सिर्फ दावे करती है.. हक कोई नहीं देता…!

सुविचार 4329

सब दु:ख दूर होने के बाद मन प्रसन्न होंगा ये आपका भ्रम है..

_ मन प्रसन्न रखो सब दु:ख दूर हो जायेंगे ये हकीकत है..

हम सब मन से संचालित होते हैं,

_ तन को मन का कहना मानना ही पड़ता है.!!

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