सुविचार 4310

सहज सरल…..

_ कठिन परिस्थितियों और अपने द्वारा नहीं चाही गई स्थिति में भी जो शांत, सहज और सरल रहते हैं,
_ वो थोड़े समय में ही ख़राब से ख़राब स्थिति से उबर जाते हैं,
_ किन्तु जो जरा जरा सी बात में चिढते हैं, क्रोधित होते हैं, वो अच्छी भली परिस्थिति को भी बिगाड़ लेते हैं !!
_अतः शांत-सहज -सरल रहें या कम से कम ऐसी कोशिश तो की जा सकती है,
_ऐसा करें और जीवन का आनंद लें !!!
आपके साथ क्या घटित होगा..

_ इस पर आपका रत्ती भर भी नियंत्रण नहीं है,
_ लेकिन उस परिस्थिति में आप क्या करेंगे.. _इस पर आपका नियंत्रण है,
_इसलिए हमेशा परिस्थिति को स्वीकार करते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करें..!!
यदि आप यह जान लें कि परमेश्वर कितनी जल्दी परिस्थितियों को बदल सकता है,
_ तो आप औरों के बुरे समय पर हँसना बंद कर देंगे.
समय के अनुसार मनुष्य को चलना चाहिए और परिस्थितियों के अनुसार ढलना भी चाहिए, तभी जीवन आसान एवं सुखमय होगा.!!
हमारी तक़दीर का फ़ैसला सही परिस्थितियों से नहीं..
_ बल्कि परिस्थितियों में सही फ़ैसले लेने से होता है.!!
परिस्थितियाँ सबको बदल देती हैं.. किसी को मौन सिखा देती है,
_ किसी को पत्थर दिल बना देतीं है..!!
जब परिस्थिति बदलना संभव न हो तो मन की स्थिति बदल दो,
_ सब कुछ अपने आप बदल जाएगा..!!
परिस्थितियां कभी समस्या नहीं बनतीं,
_ तब बनती हैं जब परिस्थितियों से निपटना नहीं आता.!!
कुछ परिस्थितियों से बाहर निकल जाना ही बेहतर होता है.!
_ मैंने उन अध्यायों को पीछे छोड़ दिया है, जो मुझे आगे बढ़ने नहीं दे रहे थे,
_ क्योंकि कभी-कभी परिस्थितियां ऐसी बन जाती हैँ कि उनसे बाहर निकल जाना ही बेहतर होता है..!!

सुविचार 4309

सच्चे सुख का आधार है सही और अच्छी सोच…। इसलिये जब हमारे विचार शुद्ध होने लगते हैं और तब हमें सच्चे सुख और शांति का अनुभव होने लगता है.

सुविचार 4308

जो सामने है वह तो दिखता ही नही और जो नही होता उसका हम विचार करते हैं.

सुविचार 4307

जीवन हमें कुछ दे ना दे पर शांति और संतुष्टी जरुर दे।।।
सबसे बड़ी साधना, सबसे बड़ा त्याग, तो यह है कि आप अपने भीतर एक फ़िल्टर लगा लें.

_ इस दुनिया में जो भी हो रहा है, आपके कानों में जो भी सुनाई पड़ रहा है, आपकी आँखों को जो भी दिखाई दे रहा है,
_ वह सब आपके भीतर से गुज़रे तो, लेकिन आपके भीतर ठहरे नहीं, सब छन कर बाहर निकल जाए और केवल उतना ही आपके भीतर अटका रहे..
_ जितने भर की ज़रूरत आपके अस्तित्व के लिए ज़रूरी हो.
_ इस प्रकार आप भौतिक बुराइयों से बचे रहेंगे.
_ आपको न किसी पर प्यार आएगा, न क्रोध.
_ आपके भीतर न जिज्ञासा जन्म लेगी, न वासना.
_ आपमें न किसी को पाने की ललक उठेगी, न किसी के छूटने का संताप होगा.
_ फिर चाहे आपको ज़िन्दगी पुकारे या मृत्यु, आपके लिए दोनों के अर्थ समान होंगे.
_ यह फ़िल्टर लगाना हर आदमी के बस की बात नहीं..
_ लेकिन जो इसमें सफल हो गया, उससे बड़ा संत कोई नहीं.!!

सुविचार 4306

अपने जीवन के हर पहलू को सुधारते जाएँ,

_ हर साँस, हर कदम, हर कार्य को सुधारना होगा.

अपने जीवन को देखें और सांसों के प्रति आभारी रहें..

_ और इसे पूरी तरह से जीकर इसका सम्मान करें.!!

वो जो पहला कदम तुम नहीं उठा पा रहे हो….😶‍🌫️

” हो सकता है वो तुम्हारे जीवन के नए अध्याय का शुभारंभ हो…”🤗🏔️
BEGINNING IS ALWAYS THE HARDEST PART…

सुविचार 4305

हम मकान तो बना सकते हैं, लेकिन अगर इसमें ईंट ही उल्टी- सीधी लगी हों तो फिर वह किस काम का ?
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