सुविचार 4423
हर दिन अपनी नियति को निर्मित करने का एक सुनहरा अवसर होता है.
प्रगति करने के लिए आज कल साधन सम्पदा बहुत हैं लेकिन लोगों में धैर्य नहीं है !
अपने जीवन में सबको महोत्सव चाहिए, सम्पन्नता चाहिए एवं जीत चाहिए; ऐसा हो सकता है बशर्ते आप दुःख में रहने की आदत ना डालें.