मस्त विचार 4406
किसी का साथ नहीं चाहिए मंजिल पाने के लिए,
अकेला ही काफ़ी हूँ ये दुनिया झुकाने के लिए…!!
अकेला ही काफ़ी हूँ ये दुनिया झुकाने के लिए…!!
जिनके आँखों मे आंसू नहीं उनके सिने मे दर्द बेहिसाब होता है.
मैं तो अपने यक़ीन पर शर्मिंदा हूँ..
तो उन बीजों की जाँच करें, जो आप बो रहे हैं.