मस्त विचार 4181
हिसाब रखा करो ; आजकल लोग बड़ी जल्दी पूछ लेते हैं ;
तुमने मेरे लिए किया ही क्या है..
तुमने मेरे लिए किया ही क्या है..
किसी को हक नहीं कि मेरी परख करे..
जौहरी की आंख हो तो, कोहिनूर हाथ लग जाता है,”
वैसा ही कीमती भुगतान..
जीवन जीना आ गया,”
सच ये है के जैसा चाहो वैसा नही होता,
कोई सह लेता है कोई कह लेता है क्यूँकी,
ग़म कभी ज़िंदगी से बढ़ कर नही होता.