मस्त विचार 3688

इतना होश ज़रूर रखो कि, कहीं से, दुःख न आ जाए,

_ फिर ज़िंदगी भर मौज़ करो.

सब कुछ मन में भर लो तो, ज़िन्दगी जहर बन जाती है ;

और अगर एक कान से सुन कर दूसरे कान से निकाल दो तो ;

_ “ज़िन्दगी मौज बन जाती है”

घोलिए न जहर ज्यादा सोचिए अगर पीना पड़ गया तो..

मस्त विचार 3687

दुसरो की कामयाबी देख आजकल लोग दुखी जल्द हो जाते हैं,

महत्वपूर्ण है हम बेहतर से बेहतरीन बनें.

मस्त विचार 3686

” परिवर्तन से कभी न डरें ” जितना बेहतर आप खो रहे हो.

उससे लाख गुना बेहतर आपको जरूर मिलेगा..

मस्त विचार 3684

खिले रहो आप फूलों की तरह, ख़ुशबुओं को फैलाते रहो.

बीत जाएगी ज़िंदगी रोशनी में, अंधेरो को भगाते रहो.

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