मस्त विचार 3523
बचाके मत रखो अपने आप को, दुनियां के तजुर्बों से,
_ ठोकरें भी बेहद जरुरी है, ज़िंदगी की मूरत तराशने में…
_ ठोकरें भी बेहद जरुरी है, ज़िंदगी की मूरत तराशने में…
_ बस उस शख्स की जगह हमेशा खाली रह जाती है.
_ खुशी इस बात में है कि हम उन्हें कैसे जवाब देते हैं.
_ बस उन्हें शर्मिंदा करना मेरे मिज़ाज में नहीं..
_ हर कोई डूबती हुई कश्ती से उतर ही जाता है..