मस्त विचार 3523

बचाके मत रखो अपने आप को, दुनियां के तजुर्बों से,

_ ठोकरें भी बेहद जरुरी है, ज़िंदगी की मूरत तराशने में…

मस्त विचार 3521

ये सच है की नहीं रूकती किसी के बगैर जिन्दगी,

_ बस उस शख्स की जगह हमेशा खाली रह जाती है.

जीवन लोगों और चीजों से भरा पड़ा है, फिर भी खाली लगता है..!!

मस्त विचार 3520

खुशी स्थितियों और लोगों के व्यवहार पर निर्भर नहीं है,

_ खुशी इस बात में है कि हम उन्हें कैसे जवाब देते हैं.

मस्त विचार 3519

लहजा समझ आ जाता है, मुझे हर किसी का

_ बस उन्हें शर्मिंदा करना मेरे मिज़ाज में नहीं..

लोगों के फ़क़त लहज़े ही रसीले होते हैं,, लोग अंदर से जहरीले ही होते हैं.!!

मस्त विचार 3518

हम मुसीबत में अकेले हैं तो यार हैरत कैसी ;

_ हर कोई डूबती हुई कश्ती से उतर ही जाता है..

कुछ लोग हमारे पास तस्सली देने नहीं_बल्कि वे यह जानने आते हैं कि _हम सचमुच मुसीबत में हैं या नहीं.!!
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