मस्त विचार 4491

बेवजह शोर मचाने से सुर्खियां नहीं मिला करती,

कर्म करोगे तो खामोशियां भी अखबारों में छपेंगी..

मस्त विचार 4487

समझे बिना किसी को पसंद ना करो और समझे बिना किसी को खो भी मत देना,

क्योंकि फिक्र दिल में होती है शब्दों में नहीं और गुस्सा शब्दों में होता है दिल में नहीं..

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