| Jul 28, 2025 | मस्त विचार
जब हम चिंता छोड़ देते हैं और जीवन को वैसे ही जीते हैं जैसे वह है,
तो हमारी उपस्थिति फूल जैसी हो जाती है— सिर्फ़ अपने होने से ही वातावरण को सुगंधित कर देती है.!!
“मैं हीरे नहीं, पर फूल ज़रूर लाता हूँ”
“मैं किसी के लिए भी हीरा भले न लाऊँ, लेकिन फूल ज़रूर लाऊँगा.!!”
_ “हीरे-ज़वाहरात भले किसी की झोली में न रख पाऊँ, पर मेरे भीतर की नर्मी इतनी है कि मैं हमेशा फूलों-सी सादगी और अपनापन दे सकता हूँ”
_ “मैं हीरे नहीं, पर फूल ज़रूर लाता हूँ”
| Jul 27, 2025 | मस्त विचार
उसका लौट आना खुशी तो देता है,
पर मुझे पता है ये खुशी ज्यादा नहीं टिकने वाली.
| Jul 26, 2025 | मस्त विचार
नहीं मुमकिन छिपा पाना खुदी को आईने में,
कभी आँखें, कभी साँसे, हकीकत बोलती हैं !
| Jul 25, 2025 | मस्त विचार
काँच के टुकड़े, हीरे होने का दम भरते हैं,
जौहरियों की जब जब भी कमी हो जाती है.
| Jul 24, 2025 | मस्त विचार
हर शख्स परिंदों का हमदर्द नहीं होता दोस्तों,
बहुत बेदर्द बैठे हैं दुनिया में जाल बिछाने वाले.
| Jul 23, 2025 | मस्त विचार
दर्द रुलाता है,,,ये तो सब जानते हैं,,,
पर दर्द जगाता भी है,,,ये सब नहीं जानते,,,