मस्त विचार 4161
उनसे कहना कि किस्मत पे इतना नाज़ न करे…
हमने बारिश में भी जलते हुए मकान देखे हैं.!!
हमने बारिश में भी जलते हुए मकान देखे हैं.!!
दर्द लिखता हुँ किसी को देता तो नही..!
दूसरा कोई जिम्मेदार नहीं होता”
नाकाम देख कर हँसता है और कामयाब देखकर जलता है !
जिसे आदमी अपनी तरह से लिखना चाहता है,
और जिंदगी अपनी तरह से लिखती है “
अब बस खुद का ख्याल रखेंगे !