मस्त विचार 4244
इस भाग-दौड़ कि दुनियां में समझ नही आता की
थकने के बाद शाम होती है या शाम होने के वजह से थकान..
थकने के बाद शाम होती है या शाम होने के वजह से थकान..
रास्ते का थका वह मुसाफिर हूँ मैं.
वही याद कर के आँसू आते है अब….
किसी की दुनिया उजड़ जाती है तो किसी की दुनिया संवर जाती है.
तुम्हें खुद को ही बिकना पड़ेगा !!
_ तो आप दूसरों की जरूरतों और वरीयताओं को पूरा करने में ही जीवन गुजार देंगे.!!