| Dec 29, 2024 | मस्त विचार
मैं हमेशा डरता था उसे खोने से,
उसने ये डर ख़त्म कर दिया मुझे छोड़कर.
| Dec 28, 2024 | मस्त विचार
जिस ख़ुशी की तलाश में ताह उमर भटकते रहे दरबदर,
वो ख़ुशी दफ़न थी कहीं हमारे ही अंदर..
| Dec 27, 2024 | मस्त विचार
जिनमें खोकर हम ख़ुद को भी भूल गये,
क्या हमको भी उन आँखों ने ढूंढा होगा..
| Dec 26, 2024 | मस्त विचार
” सुलझते सुलझते भी जो उलझ उलझ जाती है,
एक ऐसी पहेली है, जो ज़िंदगी कहाती है,”
| Dec 25, 2024 | मस्त विचार
जमीन और मुकद्दर की एक ही फितरत है,
जो बोया है वो निकलना तय है..
| Dec 24, 2024 | मस्त विचार
तुम्हारे पास तो फिर भी तुम हो,
मेरे पास तो अब मैं भी नहीं..