मस्त विचार 4357
हम सब बहुत कीमती हैं
हमारा आंकलन हमें खुद करना चाहिये..
हमारा आंकलन हमें खुद करना चाहिये..
और कही और इसे ढूंढना संभव नही है.
अपने को ही, यूं अपने में, रोज़ निखारा करता हूं.
पंखों को खोल क्योंकि …ज़माना सिर्फ़ उड़ान देखता है..
ये ज़ख़्म देते भी हैं और उन्हें भर भी देते हैं.