मस्त विचार 4351
अपना कोई मिल जाता, तो हम फूट के रो लेते,
यहाँ सब गैर हैं, तो हँस के गुजर जायेगी.
यहाँ सब गैर हैं, तो हँस के गुजर जायेगी.
ग़म में जो मुस्कुरा दे उसका चेहरा पढ़ा करो !
ज़िन्दगी का मुझमें, दूर तक नामो-निशाँ नहीं.
उनकी भी एक याद बनी रहती है जीवन में..
बिना बताए किसी को सो जाता हूँ….!!
_ आपका घर तो सिर्फ़ रास्ते में आया था”