मस्त विचार 4250
हार के भी देख लिया, अब किस बात का गम है,
चल उठ और दिखा इस दुनिया को कि तुझ में कितना दम है.
चल उठ और दिखा इस दुनिया को कि तुझ में कितना दम है.
कभी “फूल” में तो कभी “धूल” में…।।
_ पर काँटों को तो आया नहीं, आज तक फूलों के साथ रह कर भी महकना..!!
पर वो रूठे नहीं बदल गये हैं..
_ सब कुछ तो ” गिरवी ” पड़ा है जिम्मेदारी के बाजार में..!!