मस्त विचार 4549
संभलना सीख लीजिए जनाब
गिराने वाले एक रोज नहीं, हर रोज मिला करते हैं.
गिराने वाले एक रोज नहीं, हर रोज मिला करते हैं.
हाथ जब बीच सफर में जब छूट जाते हैं..
तो ये मुराद भी तेरी मैं ही पूरी करूँगा…!
_ जो मुझसे दूर होना चाहे.. मुझे उनसे पहले ही दूर कर देना.
कि दुःखों के लिए स्वयं दरवाजे खोल आते हैं..