मस्त विचार 4304

लोग केवल आपके परिणामों का स्वागत करते हैं,

आपके प्रयासों से उन्हें कोई लेना देना नहीं..

मस्त विचार 4301

हजार ग़म मेरी फ़ितरत नहीं बदल सकते.. क्या करू मुझे आदत मुस्कुराने की है..!!
ये ना होता तो कोई दूसरा ग़म होना था..

_ मैं तो वो हूँ.. जिसे हर हाल में बस रोना था..!!

मस्त विचार 4300

प्यास अगर शराब की होती तो, ना आता तेरे मैखाने में,

ये तो तुमारी नज़रो का जाम है, कही मिलता नहीं..।।”

error: Content is protected