मस्त विचार 4298
गम की अंधेरी रात में दिल को न यू बेकरार कर,
सुबह ज़रूर आएगी तो सुबह का इंतज़ार कर..
सुबह ज़रूर आएगी तो सुबह का इंतज़ार कर..
पास अगर हो तो ,,,,,,अहसास कहाँ होता है !!
कुछ तो बाक़ी रह गया है तेरे मेरे दरमिया..
ना जाने कितने बरस मेरे काम आएंगे..!!
मैं तो अपने यकीन पर शर्मिंदा हूं..