मस्त विचार 4459
यूँ ही आहिस्ते-आहिस्ते गुम हो जाएंगे इक दिन …
फिर केवल नकारात्मक बातें होंगी और शिकायतों का पिटारा होगा …!!
फिर केवल नकारात्मक बातें होंगी और शिकायतों का पिटारा होगा …!!
कभी न कभी काम आ ही जाती है.
जब आप उनको उन्हीं की तरह अनदेखा करना सीख जाओगे.
ऐ जिंदगी, तेरी महफ़िल के तमाशे ख़त्म नहीं होते..
आप मुझसे सिखिये कि जिन्दा रहकर हर ग़म को कैसे पीते हैं.