मस्त विचार 4537
कई बार हम खुली आँखों से उतना सब नही देख पाते
जितना आँखें बंद करके देख लेते हैं.
जितना आँखें बंद करके देख लेते हैं.
पर जो गिरा है उसे उठाने के लिए कोई नही झुकना चाहता.
कि वो तुम्हारे बगैर ही जीना सीख जाए.
पर जो है हमारे पास वो ” लाजवाब ” है.
लेकिन कैसे कह दूं इंतजार नहीं है…!!