मस्त विचार 3955
_ जो चलते हुये….रुकने की कला सिखाते हैं…!!
_ जो चलते हुये….रुकने की कला सिखाते हैं…!!
_ दूसरे द्वारा प्रमाणित सच्चाई में, खोट का खतरा खड़ा रहता है “
_ क्योंकि वह आपकी अच्छाई में भी खोट निकाल ही देगा.
_ बल्कि कभी-कभी आपकी अच्छाई भी वजह बन जाती है इस नापसंदगी की..!!
_क्योंकि समय वह है जिससे जीवन बना है.
_ आदमी वो होता है, जो नहीं दिखलाता, नहीं बताता.
_ फिर यात्रा निरर्थक और बेमंजिल रह जाती है.
उस पर नहीं ; जिसे आप खो चुके हो..
_आधी ख्वाहिशें ज़माना मुकम्मल होने नहीं देता..!!
जब आप अपने आदतन विचार बदलते हैं, तो यह ट्रेन की दिशा बदलने जैसा होता है.
_समझदारी ने तो बहुत कुछ छीन लिया…