सुविचार 4015
*प्रेम करो, किन्तु स्वयं को आघात न लगने दो…..*
*विश्वास करो, किन्तु मुर्ख मत बनो…..*
*दूसरों की सुनो, किन्तु अपनी वाणी लुप्त न होने दो…..*
_ और जिसने संदेह कर लिया वह विश्वास करेगा नहीं.!!
*प्रेम करो, किन्तु स्वयं को आघात न लगने दो…..*
*विश्वास करो, किन्तु मुर्ख मत बनो…..*
*दूसरों की सुनो, किन्तु अपनी वाणी लुप्त न होने दो…..*
_ और जिसने संदेह कर लिया वह विश्वास करेगा नहीं.!!
_ वह मेहनत करने वालों पर फिदा हो जाती है.
_ और हालात बदलते ही लोगों के अंदाज बदलते देखे हैं.
_ जैसा होना होता है, वैसे हालात बन जाते हैं..!!
दोनों पैरों से नदी की गहराई कोई नहीं जांचता – अफ्रीकी कहावत
नदी तक पहुंचने के रास्ते में कंकड़-पत्थर आते हैं. नदी में उतर जाने के बाद नहीं, फिर आनंद और मौज-मस्ती से तैरना..
_ खुबसूरती उसमें है कि हम औरों के प्रति व्यवहार कैसा करते हैं.
_ इंसान का बेहतरीन होना भी एक गुनाह है..
_ हो सकता है, आपकी जीत सिलसिला बस अभी शुरू ही हुआ हो.