मस्त विचार 4521
अपनी खुशियाँ संभाल के रखिये,
ये उस कांच के समान होती हैं जो लोगों को चुभती बहुत है.
ये उस कांच के समान होती हैं जो लोगों को चुभती बहुत है.
हालात कैसे भी हों, किसी के सामने झुकना नहीं..
कि कितना दर्द होता है_ _नजरअंदाज करने से..
फिर भी दुआ में उसने बरसात मांगी ”
बल्कि, आपको गलत साबित करने में अपनी पूरी ताकत लगा देते हैं.
अपने आप को अपने शरीर से परिभाषित न करें .. यह अनंत है जो ब्रह्मांड में हर चीज से जुड़ा है.
अकेलेपन का मतलब ये है की आपकी परवाह करने वाला कोई नहीं.
पर वो शख्स एक याद सा हो गया पूरी ज़िन्दगी के लिए…