मस्त विचार 4496
देख कर मेरी आँखें एक फ़कीर कहने लगा
पलकें आपकी नाज़ुक हैं ख्वाबों का वज़न कम कीजिये !!
पलकें आपकी नाज़ुक हैं ख्वाबों का वज़न कम कीजिये !!
जिसके माध्यम से वह अपना चरित्र दिखाता है.
क्योंकि वो खुद उन्नति नहीं कर सकता, इसलिए दूसरों की निंदा करने लगता है.
लेकिन असफलता हमेशा आपको सबके सामने तमाचा मारती है_ यही जीवन है.
वक्त बदलेगा तो कारवां भी नया होगा !!
आप जो चाहें प्राप्त कर सकते हैं, _ नुस्खा- निरंतरता, अनुशासन और धैर्य है.
ये मुश्किलें ही आपकी ताकत बढ़ाएंगी..
वक़्त खुद कहेगा_ चल अब तेरी बारी है..
पर दोनों के दिलों में दोनों रहते हैं…