सुविचार 4592
ये इंसान की फितरत भी क्या लाजवाब है,
बेहतर की तलाश में बेहतरीन को खो देता है.
बेहतर की तलाश में बेहतरीन को खो देता है.
जो घड़ी जी लेंगे वो ही रह जानी है.
सच ही कहूंगा, क्यूं इतना घबरा रहे हो..
क्योंकि तकलीफ़ खत्म हो जाएगी, मगर नेकी कभी खत्म नहीं होगी.
आज वक़्त ख़राब है तो क्या हुआ, एक दिन इसे बदल कर दिखाओ.
वरना बुरे कल भी नहीं थे और अच्छे आज भी नहीं..
बस मौका न छोड़ना, मुश्किलों में मुस्कुराने का.!!
_ रब आपके लिए कुछ और बेहतर सोच रहा है.!!
जब आप में महानता हासिल करने की काबिलियत हो तो औसत से समझौता न करें..