सुविचार 4130
अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें,
_ क्योंकि हम अक्सर भावनाओं में बहकर ही अपने राज़ दूसरों को बता देते हैं !!
मस्त विचार 4005
तुम इतने भी नादां नहीं हो की ” समझ ” न सको..!!
_ मेरी चंद लाइनों में सिर्फ तेरा ही ” जिक्र ” होता है ..!!!!
सुविचार 4129
सत्संग का प्रभाव मनुष्य पर पड़ता है,
_ जैसे जिस मिट्टी में फूल खिलते है, वो भी महकने लगती है.
मस्त विचार 4004
कितनी दफा मिटाओगे मेरा वजूद,
_ मैं फिर से उग जाऊंगा, तुम देख लेना..
मस्त विचार 4003
लोगों ने मुझ पर फेंके थे पत्थर जो बेशुमार,
_ मैंने उन्हीं को जोड़कर एक घर बना लिया.
सुविचार 4128
“क्षमतावान को किसी के भी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं होती,”
सुविचार 4127
” सोचो लेकिन वो सोचो जो कर सकते हो,
सोचो लेकिन वो सोचो जो किया जाना चाहिए,
सोचो लेकिन वो सोचो जो सबके हित का हो,”
मस्त विचार 4002
पूर्ण समर्पण भी नहीं, मुश्किल इस संसार,
_ मुश्किल उसको ढूंढ़ना, जो इसका हकदार..
मस्त विचार 4001
बात तो होती है, पर अब बातों में वो बात नही होती..
न जाने कहाँ चला गया है आज का इंसान
_बात तो करता है _बातें नहीं करता..!!