सुविचार 4356
वो हारा नहीं जो वापिस गिर कर संभलता है,
डूबा हुआ सूरज भी तो सुबह निकलता है..
डूबा हुआ सूरज भी तो सुबह निकलता है..
आ भी जाये तो, फिर ठहरती नहीं “
सुबह आने में कितने जमाने लगते हैं..
एक नकारात्मक दिमाग आपको कभी भी सकारात्मक जीवन नहीं देगा.
पर अपने गम किसी भरोसेमंद के साथ ही बांटने चाहिए.
आपके पास वो सब कुछ है, जो आपको चाहिए.
पहले कौन हमारा था जो अब किसी ने होना है..
लेकिन सब्र हमेशा के लिए ख़ुशी देता है..