मस्त विचार 4524
माना कि दो किनारो का कही संगम नही होता..
मगर साथ चलना भी तो कम नहीं होता..
मगर साथ चलना भी तो कम नहीं होता..
जरुरी होना_ बहुत खूबसूरत है..
और अदालत ने पेशी अमावस की रात को मुकर्रर कर दी.
जब हालात बदलते हैं, तो लोगों के बोल बदल जाते हैं.
ये उस कांच के समान होती हैं जो लोगों को चुभती बहुत है.
हालात कैसे भी हों, किसी के सामने झुकना नहीं..
कि कितना दर्द होता है_ _नजरअंदाज करने से..
फिर भी दुआ में उसने बरसात मांगी ”