सुविचार 4412
फिर से प्रयास करने में कभी मत घबराना, क्यूंकि हार के बाद शुरुआत शून्य से नहीं, बल्कि पिछले अनुभव से होती है.
अनुभव की धूप, और समझ का साया सबके हिस्से नहीं आता.!!
वो मुझे ज़रा सा भी नहीं चाहिए।”
चिंता करने के लिए अपनी ऊर्जा का प्रयोग न करें, _ विश्वास करने के लिए अपनी ऊर्जा का प्रयोग करें.
कुदरत चिड़िया को खाना जरूर देती है, लेकिन घोसले में नहीं.
में ऐसा शख्स हूँ फिर भी हंस के मिलूंगा..
तुमको खुद से ज्यादा चाहा,…क्या इसलिए…??
जानता हूं कोशिश चाहे जितनी भी कर लूं, मगर गुनाह मुझसे होते ही रहेंगे..
_ हम इसे पहनते भी नहीं और फैंकते भी नहीं.!!