मस्त विचार 4215
हम जिनके अफ़साने पढ़कर रो देते हैं,
हाय ! उन किरदारों पर क्या गुज़री होगी.
हाय ! उन किरदारों पर क्या गुज़री होगी.
मुझसे नफरत मत करो, _ क्योंकि मैं वह नहीं था जो तुमने सोचा था कि मैं था _ या तुम मुझे क्या बनाना चाहते थे, शुरू से अंत तक तुम मुझे सही तरह से नहीं जानते थे.
तुम्हारे बदले में किसको याद करें..
आप ख़ुद जैसे हैं वैसी ही चीज़ों को आकर्षित करेंगे.
_ इसे बनाने के लिए मेहनत का हुनर चाहिए.