सुविचार 4547
इंसान को कभी हार नहीं माननी चाहिए क्यूँकि
पहाड़ से निकली नदी ने आज तक किसी से नहीं पूछा कि समंदर कितना दूर है.
पहाड़ से निकली नदी ने आज तक किसी से नहीं पूछा कि समंदर कितना दूर है.
आप अपने बारे में क्या सोचते हैं, यह कहीं अधिक महत्वपूर्ण है, _ बजाय दूसरे आपके बारे में क्या सोचते हैं.
दर्द का कोई अपना नही होता, आज उसका तो कल तेरा होगा.
_ जनाब इतने समझदार होते तो खुद को ना समझ लेते.!!
लेकिन आगे चलकर पता चल जाएगा कि वह अच्छे के लिए हुआ था.
तब खुद में बदलाव करना ही अच्छा है.
_ जिन्होंने मेरे विश्वास पर पानी फेरा है.!!
_ नियमों का सम्मान करो, विश्वास स्वतः ही मिलेगा.!!