सुविचार 4384
सुख के दिन आये तो लड़ लेना, दुःख तो साथ रोने से ही कटता है.
तो “दुआएं भी” मुसीबत” के “पल” बदल सकती है..!!
और अपने आंसुओं को बाहर आने देना चाहिए.
अब दिल को खामोश रहना अच्छा लगता है.
गर “वक्त” के “कांटों” की “इज्ज़त” करना सीख लो…।।
_ सारी उम्मीदें तुमसे ही है, तू हाथ मत छोड़ना.
_ जब वो खुद के लिए कम और दूसरों के लिए ज्यादा सोचता है.
_ क्योंकि अंदाज़ा बारिश का लगाया जाता है, तूफ़ान का नहीं..!!