मस्त विचार 4124
सबसे ज्यादा गरीब तो वो है जनाब ;
जिसकी खुशियाँ ही दूसरों कि मर्जी पर निर्भर है.
जिसकी खुशियाँ ही दूसरों कि मर्जी पर निर्भर है.
वहाँ नफरत को कभी दिल में जगह नहीं देनी चाहिए”
सिर्फ पैसे या दिखावे के लिए कोई कार्य ना करें,
” अपना लक्ष्य छोटा मत करो _ अपने प्रयास को बढ़ाओ “
जो होना होगा वो होकर रहेगा, इस फिक्र में तू कीमती हंसी को बर्बाद ना कर”
आप कहें वो ना समझे, यह दुःख है,
…और आपके कहे बिना वो समझा जाए, यही खुशी है !!”
इसलिए उनके साथ समय व्यतीत करके हमें अत्यंत खुशी महसूस होती है.
_ इसलिए हमेशा खुश रहें – मस्त रहें ”