सुविचार – विवाह – शादी – 019 | Feb 28, 2014 | सुविचार | 0 comments विवाहित जीवन में अनेक दुःख हैं, किन्तु अविवाहित जीवन में कोई भी सुख नहीं. विवाह सरकस के समान है, क्योंकि उस में जितना विज्ञापन दिखाया जाता है, उतना वास्तव में होता नहीं है. शादी का अर्थ है अपनी आज़ादी को आधा और जिम्मेदारियों को दुगुनी करना..!! शादी करके हम संभवतः जीवन की असुविधाओं के साथ_थोड़ी सी खुशियाँ खरीद रहे हैं..!! ‘सुना है, शादी के बाद ज़िंदगी तो होती है लेकिन ज़िंदादिली नहीं होती’ विवाह दो खंभों पर टिके हुए मंदिर की तरह है ; _यदि वे एक-दूसरे के बहुत करीब आ गए तो मंदिर ढह जाएगा.!! Marriage is like a temple resting on two pillars. If they come too close to each other the temple will collapse. – Khalil Gibran विवाह के बाहर कुछ भी स्वतंत्रता और उत्साह जैसा लगता है, -Jeanette Winterson Anything outside marriage seems like freedom and excitement. – Jeanette Winterson शादी एक शब्द पहेली है, जिसका परिणाम घोषित हो जाने के बाद पहेली भरने वाले को यही लगता है कि काश, इस शब्द के बदले अमुक शब्द भरा होता. विवाह खूबसूरत व छोटी- सी एक नाव है, जिस पर चढ़ने के लिए हर व्यक्ति उत्सुक रहता है, फिर उतरने के लिए बैचेन हो जाता है. विवाह मित्रता का सबसे दृढ बन्धन है, विश्वास मित्रता की नीवं है, आपसी मेल से ही विश्वास पैदा होता है. विवाह में जो खूबसूरती, धन और दिखावे को महत्व देता है, उसे सच्चा सुख नहीं मिल पाता. विवाह की सफलता या असफलता पतिपत्नी की आपसी समझ और सामंजस्य पर निर्भर करती है. शादी _ “दो लोगों के एक साथ आने का उद्देश्य एक-दूसरे को उनके व्यक्तिगत विकास में मदद करना है न कि इसमें बाधा बनना. _अगर दो बहुत जागरूक लोग एक साथ आते हैं, तो यह एक खूबसूरत चीज़ हो सकती है.” शादी के सातों वचन अनमोल होते हैं ; _इन वचनों में वो जादू है, _जो इनका पालन करे तो _कभी इस रिश्ते में चूक हो ही नहीं सकती है.! विवाह जीवन को एक लय देता है. जैसे बिना साज के आवाज अधूरी है वैसे ही बिन विवाह के जीवन अधूरा. जीवनसाथी का साथ अकेलेपन को दूर करता है. शादी एक जीवनभर की यात्रा है, जो आप केवल एक अच्छे साथी के साथ ही निभा सकते हैं. विवाह क्या है ? “विवाह” एक ऐसा गठबंधन है – जिसमें दो व्यक्ति मिलकर उन समस्याओं को सुलझाने का जीवन भर प्रयास करते हैं, जो पहले कभी थी ही नही.!! “सर्वोत्तम विवाह वह नहीं है, जब एक सर्वगुण संपन्न जोड़ा एक साथ जुड़ता है. _ यह वह है, जब एक जोड़ा सर्वगुण संपन्न न होते हुए भी _ अपने मतभेदों का आनंद लेना सीख लेता है” शादी की सफलता का श्रेय दोस्ताना व्यवहार को भी जाता है. आप को अपने साथी के साथ दोस्ताना व्यवहार करना चाहिए, तभी आप का साथी अपने मन की बात बेझिझक आप से कर पाएगा. कोई भी व्यक्ति परफैक्ट नहीं होता, पर अपनी मैरिड लाइफ को खूबसूरत बनाने के लिए अपने लाइफपार्टनर को अपने लिए हमेशा परफैक्ट मानें. विवाह वह खुबसूरत संयोग है जिसमे व्यक्ति को अपना सबसे बेहतरीन दोस्त मिलता है. विवाह हमारे लिए विकास करने, स्वयं को परिष्कृत करने और प्रेम करना सीखने की सम्भावना लेकर आता है. खुद की जीने की वजह जिनके पास होती है, _ _ उन्हें शादी के झमेले की जरूरत क्या है..!! विवाह एक ऐसा पवित्र बंधन है, जिसमें बढ़ी हुई जिम्मेदारियां भी अच्छी लगती हैं. शादी से पहले जिन्दगी एक मेला हैं _ शादी के बाद जिन्दगी एक झमेला है !! जीविका का प्रश्न हल होने के बाद ही विवाह शोभा देता है.. “विवाह एक भरोसा है, समर्पण है “ तारीफ उस स्त्री की जिसने खुद का घर छोड़ दिया धन्य है वो पुरुष जिसने अनजाने स्त्री को अपना घर सौंप दिया. विवाह में एक ही घर में दिन-रात एक साथ रहने वाले लोगों के बीच थोड़ी सी छूट, थोड़ी स्वतंत्रता अवश्य होनी चाहिए. – VirginiaWoolf In marriage a little licence, a little independence there must be between people living together day in and day out in the same house. – VirginiaWoolf Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ