सुविचार 1710

जैसी करनी वैसी भरनी….

आप जो अभी वर्तमान में देख रहे हैं या अनुभव कर रहे हैं ये आपके अतीत का फल है, अब आगे आप क्या अनुभव करना चाहते हैं वह आपके वर्तमान कर्मो के आधार पर होगा अतः अब सावधान हो कर कर्म करे, वैसे ही कर्म करें जैसा आप अपना भविष्य चाहते हैं, हाँ इसमें कोई छोटा रास्ता यानि शार्ट कट नहीं होता है जैसा करे वैसा ही भरने के लिए तैयार रहें !!

Submit a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected