सुविचार 2103

जब तक आप में आन्तरिक संतुलन नहीं है, आपके पास संसार में मौजूद सारी जानकारी होने के बावजूद भी आप वो नहीं करेंगे जो आपको करना चाहिए. आन्तरिक संतुलन आने से आप कहेंगे कि, “ऐसा जीवन जीने का कोई अर्थ नहीं है, मुझे इसे तुरंत बदलने की जरुरत है.

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